क्या हमारे देश की सरकार सरकारी नौकरी के नाम पर युवाओं के साथ धोखा कर रही हैं मै ऐसा क्यों कह रहा हूँ दरअसल इसके पीछे एक वजह है। आज के समय हमारे देश मे मेरे जितने भी नौजवान भाई बेरोजगार हैं ये जो भी सरकारें आपसे बार बार चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादे करतीं […]
क्या भारत की जनता नेताओं की हाथों की कठपुतली है?
हमारे देश के नेताओं के लिए जनता किसी कुत्ते या बिल्ली के समान है जिनके सामने चुनाव से पहले एक रोटी का टुकड़ा फेंक दो और वो अपनी दुम हिलाता रहे। 10 करोड़ नौकरियाँ देंगे अगर नही दे पाए तो 5000 Rs. बेरोजगारी भत्ता देंगे, महिलाओं को हर महीने 1000 Rs देंगे, 300 यूनिट बिजली […]
सरकारी कंपनियों का निजीकरण क्यों जरूरी है?
मेरे हिसाब तो हमारे देश में सभी सरकारी कंपनियों का सरकार को निजीकरण कर देना चाहिए चाहे फिर वो बैंक हो, रेलवे हो, या चपरासी की नौकरी हो। फायदा ये होगा हम लोगो को किसी भी सरकारी दप्तर के चक्कर नही लगाने पड़ेगे जैसे की आज लगाने पड़ते हैं साहब आज छुट्टी पे हैं कल […]
किसी बहुत बड़े लक्ष्य को कैसे पूरा करें
आपने अपने ऑफिस आते-जाते कभी ना कभी बड़े-बड़े हाईवेज (Highways) को बनते हुए जरूर देखा होगा। लेकिन एक बात जो यहाँ गौर करने वाली होती है वो ये है कि 500-600 Km लम्बे हाईवे को बनाने का काम कितने सुनियोजित तरीके से बड़े आराम पूरा कर लिया जाता है। सबसे पहले अलग-अलग प्रदेशों मे जहाँ […]
12th fail मूवी का दिल को छू लेने वाला डायलॉग
12th फेल मूवी का एक फेमस डायलॉग है जो मनोज कुमार ने अपने IAS के इंटरव्यू मे कही -“जमीं जमाई व्यवस्था” मतलब जो पॉवर मे हैं वो अपनी पॉवर छोड़ना ही नही चाहते और ये जो व्यवस्था है वो कभी खत्म नही होगी,गरीब अगर अनपढ़ रहेगा तभी भेड़-बकरियों की तरह इन नेताओं के इसारों पर […]
सफलता का कोई शार्ट कट नही होता।
आज कल एक ट्रेंड सा चल पड़ा है कि सबको करोड़ पति बनना है और वो भी जल्दी से जल्दी। चाहे इसके लिए किसी को दुख देना पड़े,धोखा देना पड़े,या किसी का गला ही काटना पड़े और ये सब चीज़ें जबसे सोशल मीडिया आया है तब से और ज्यादा बढ़ती ही जा रही हैं। दरअसल […]
एक भूल दोबारा ना हो।
हम सबने इस पृथ्वी पर एक इन्सान के रूप में जन्म लिया है जिसे सबसे बुद्धिमान प्राणी माना जाता है लेकिन फिर भी हम इंसानो से ना चाहते हुए भी अपने जीवन में कुछ गलतियाँ हो जाती हैं जिनका अफसोस हमें जीवन भर रहता है। एक इन्सान होने के नाते अपने जीवन में हम सबसे […]
भारत में हिंदी की दुर्दशा।
कभी आपको चीन जाने का मौका मिले तो वहाँ आप पाएँगे कि चीन के लोग चीनी भाषा में ही अपने सारे दैनिक काम करते हैं,आप जर्मनी चले जाओ वहाँ जर्मन में सारे काम होते हैं। इसी तरह फ्रांस में फ्रेंच,ब्रिटेन में ब्रिटिश और यहाँ तक कि जापान में भी सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में अपनी […]
भारत की आधुनिक शिक्षा व्यवस्था
भारत की आधुनिक शिक्षा व्यवस्था इतनी बेकार हो चुकी है कि ये अपने पीछे बेरोजगारों की फौज खड़ी करती जा रही है। हम अपने बच्चों पर बचपन से लेके जवानी तक लाखों रुपए उनकी एजुकेशन मे उड़ा देते हैं उसे DPS में पढ़ाते हैं B-Tech कराते हैं फिर MBA कराते हैं इसके बाद भी उसे […]
सरकारी नौकरी के चक्कर में पिसती जवानी।
सरकारी नौकरी और बस सरकारी नौकरी आज हमारे समाज में युवाओं और विद्यार्थीयों का एकमात्र लक्ष्य होता है बस सरकारी नौकरी पाना। 21 सदी में भी हम लोग सरकारी नौकरी के पीछे भाग रहे हैं। जैसे ही हमारे देश के युवा कैरियर बनाने के बारे में सोचने की स्थिति में पहुँचते है उन्हें सिर्फ एक […]