हम सबने इस पृथ्वी पर एक इन्सान के रूप में जन्म लिया है जिसे सबसे बुद्धिमान प्राणी माना जाता है लेकिन फिर भी हम इंसानो से ना चाहते हुए भी अपने जीवन में कुछ गलतियाँ हो जाती हैं जिनका अफसोस हमें जीवन भर रहता है।
एक इन्सान होने के नाते अपने जीवन में हम सबसे कई गलतियाँ होंगी जिनसे हम बच नही सकते लेकिन इन्हे कम जरूर कर सकते हैं। इसकेे लिए हम सभी को अपने से कम से कम 5,10 या 15 साल बड़े व्यक्ति की बातें सुननी और समझनी चाहिए वो कोई भी हो सकता आपका दोस्त,आपका गुरु आपके माता-पिता या फिर आप जिसे भी अपना आइडियल मानते हो।
जब हमसे कोई गलती हो जाए तो सबसे पहले हमें ये स्वीकार करना चाहिए कि हाँ मुझसे गलती हुई क्योंकि स्वयं को ये एहसास दिलाना जरुरी है इससे आप आप स्वयं को माफ़ कर पाओगे और आप अपने जीवन मे दुबारा उठ खड़े होगे।
हमेशा कोशिश ये करो कि दूसरों की गलतियों से सीखो।अगर हम खुद ही गलतियाँ करके सीखते रहोगे तो सारा जीवन कम पड़ जाएगा और जब मौत दरवाजे पर दस्तक देगी तो आपको बहुत पछतावा होगा। आपको लगेगा कि मैंने अपना सारा जीवन यूही व्यर्थ ही गवाँ दिया।
सार ये है कि अपने जीवन में हम से चाहे हज़ार गलतियाँ हो जाएं मगर एक भूल दोबारा नही होनी चाहिए ।