राम राज्य में सब लोग खुश थे।100% बच्चों का जन्म घरों में ही होता था। ना कोई बीमार था और ना ही कोई बीमारी।
ना तो कोई दरिद्र होता था और ना ही कोई दु:खी, सब लोग एक दूसरे से मिलजुल कर रहते थे। ना कोई किसी का शोषण करता था और ना ही किसी का शोषण होता था। सब एक दूसरे के रक्षक होते थे कोई किसी का भक्षक नहीं होता था,सब एक दूसरे के शुभचिन्तक होते थे। कोई किसी काअशुभ चिन्तक नहीं होता था।
सब एक दूसरे के पूरक होते थे। बाघ और बकरी एक घाट का पानी पीते थे,चूहा और बिल्ली आपस में मिल जुल कर रहते थे। साँप और नेवले का आपस में बैर नहीं था और यही था रामराज्य और इसी राज्य का वेदों में वर्णन है, रामायण में वर्णन है,महाभारत में है।