परिवर्तन अथवा बदलाव का अर्थ और उनके प्रकार ( Meaning of Change & Their Types )

 परिवर्तन अथवा बदलाव का अर्थ और उनके प्रकार (Meaning of Change & Their Types) बदलाव तीन प्रकार के होते हैं 1. आध्यात्मिक 2. सामाजिक 3. राजनीतिक आध्यात्मिक बदलाव  आध्यात्मिक बदलाव का मतलब होता है स्वयं मे बदलाव। जब कोई व्यक्ति स्वयं को जानने की कोशिश में लग जाता है और उसी कोशिश के परिणाम स्वरुप […]

लड़की की शादी जरुरी है या फिर ज्ञान

भारत मे जैसी ही लड़की 18 के हुई कि नहीं माँ-बाप से ज्यादा पड़ोसयों को इस बात की चिंता होने लगती है कि हमारे बगल वाले की लड़की जवान हो गई अभी तक उसके घर वाले उसकी शादी क्यों नही कर रहे? जब कि अब तक उसके स्वयं के माँ-बाप ने अपनी लड़की की शादी […]

भारत में कानूनी शिक्षा की जरुरत क्यों?

शास्त्रों के अनुसार कलियुग की उम्र 4 लाख 32 हज़ार साल है और अभी कलियुग को लगभग 5000 हजार साल ही बीते हैं लेकिन जैसे-जैसे कलियुग आगे बढेगा वैसे-वैसे चोरी-चकारी,धोखा-धड़ी, गुंडागर्दी,बलात्कार आदि की घटनायें बढ़ेगी। हम चाहकर भी अपने आप को इनसे बचा नहीं सकते। हम कितनी ही शांति कि बाते क्यों ना कर लें […]

मूर्ति विसर्जन की परम्परा और नदियों में बढ़ता प्रदूषण।

हमारे देश दुर्गा पूजा, गणेश चतुर्थी, सरस्वती पूजा आदि जैसे त्योहारों पर लम्बे समय से मूर्ति विसर्जन की परंपरा रही है। लेकिन हमारे देश में समय-के साथ बढ़ती आबादी के कारण नदियों में मूर्ति विसर्जन इतने बड़े पैमाने पर किया जाने लगा है कि जिसके कारण हमारी इन पवित्र नदियों के अस्तित्व पर ही संकट […]

दुनिया में शक्ति की पूजा ही क्यों होती है?

जिस तरह सूर्य की मजबूत गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण बाकि सभी ग्रह उसके चारों और चक्कर लगाते रहते हैं और तब तक लगाते रहेंगे जब तक सूर्य की गुरुत्वकर्षण शक्ति क्षीण नही हो जाती। उसी तरह असल जिंदगी में भी कोई भी व्यक्ति जो तन-मन और धन से सम्पन होता है उसके आस-पास उसके दोस्त, […]

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