हमारे देश भारत मे वर्ष 2021 तक चुनाव आयोग मे कुल 2858 पार्टियाँ रजिस्टर्ड हैं लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि आज भी किसी से पूछो वो यही कहेगा कि राजनीति बहुत गन्दी है अगर वाकई मे राजनीति इतनी ही गन्दी है तो इतनी सारी पार्टियाँ यहाँ क्या कर रही हैं? मतलब इतनी […]
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राजनीतिक पार्टियों द्वारा टिकट देने के बदले एक मोटा अमाउंट पार्टी फण्ड में लेना कहाँ तक सही है?
हमारे देश मे जब किसी कैंडिडेट को किसी भी पार्टी से टिकट जारी किया जाता है तो उससे एक मोटा अमाउंट पार्टी फण्ड मे देने को कहा जाता है वो कुछ भी हो सकता है 1-2 करोड़ और इलेक्शन जीतने के लिए अपनी जेब से खर्चा हुआ वो अलग। अब इतना पैसा खर्चा करने के […]
हमारे देश की सरकार को कोई भी कानून कैसे लागू करना चाहिए?
हमारे देश के नेताओं को चाहे वो निगम पार्षद हो, विधायक हो, मुख्यमंत्री हो या प्रधानमंत्री हो,सरकार की कोई भी विकास की योजना या कानून लागू करने से पहले जनता के बीच जाकर वोटिंग करवानी चाहिए कि कितने परसेंट जानता हमारी इस विकास की योजना या कानून से खुश है। देश की जनता को बार-बार […]
हमारे देश की जनता को शार्ट टर्म में होने वाले फायदे जैसे फ्री बिजली,पानी क्यों पसंद हैं?
हमारे देश की जनता को लॉन्ग टर्म में होने वाले फायदे जैसे विकास के काम फ्लाईओवर, अंडरपास, अच्छी सड़कें, स्कूल नही दिखते बल्कि शार्ट टर्म मे होने वाले फायदे ज्यादा अच्छे लगते हैं जैसे ये तूने श्रम कार्ड का फॉर्म भरा था तेरे 5000 रुपए आये क्या,या तेरे जन धन अकार मे 500 रुपए आये […]
हमारे देश में एक आम आदमी के लिए चुनाव जीतना संभव क्यों नहीं है?
हमारे देश मे होने वाले एक आम चुनाव मे अगर एक तरफ से कोई ईमानदार, मेहनती आम आदमी पहली बार अपना सब कुछ दाँव पर लगाकर चुनाव लड़ता है और दूसरी तरफ एक चार-पाँच बार का मंत्री,विधायक या निगम पार्षद चुनाव लड़ रहा हो तो 90% चाँस है कि अपना सब कुछ दाँव पर लगाकर […]
राजनीति में साम,दाम,दंड,भेद क्या हैं?
अक्सर हमने सुना होगा कि राजनीति साम,दाम,भेद से चलती है लेकिन ये शब्द हैं क्या और आखिर इन शब्दों का क्या मतलब है? देखिये अगर आपका कोई विरोधी है तो पहले उसे साथ में बैठकर प्यार से समझाओ ये है साम अगर वो ना माने तो उसे लालच दो मतलब पैसों से खरीद लो ये […]
क्या वास्तव में विकास के कार्य नेताओं के फण्ड द्वारा ही किये जाते हैं?
हमारे देश मे कोई भी नेता चाहे वो सांसद हो विधायक या निगम पार्षद हो अपने क्षेत्र मे अगर कहीं एक ईंट भी लगा दे वो वहाँ बड़े-बड़े पोस्टर और बैनरों पर ये लिख दिया जाता है कि ये विकास का कार्य हमारे फलाने नेताजी के फण्ड द्वारा किया जा रहा है और जनता को […]
एक आम आदमी का सभी हमारे देश की सभी पार्टियों से भरोसा क्यों उठ चुका है?
हमारे देश मे जब भी कोई नई पार्टी बनती है तो वो शुरुआत तो पब्लिक से चंदा लेकर करती है लेकिन थोड़ा सा ऊपर उठने के बाद वो पब्लिक को ही इग्नोर करती है। आज की तारीख मे लगभग सभी पार्टियाँ एक ही ट्रेंड फॉलो कर रहीं हैं मोटा पैसा पार्टी फण्ड मे दो और […]
कोई भी पार्टी चुनाव से पहले सब कुछ फ्री में क्यों लुटाती है?
जब किसी पार्टी का कोई भी नेता चाहे वो किसी स्टेट का मुख्यमंत्री हो या फिर प्रधानमंत्री, जनता को चुनाव से पहले कोई भी प्रलोभन या कुछ भी फ्री देता है तो इससे कम समय मे उस को बहुत ज्यादा फायदा मिलता है क्योंकि ये सीधा-सीधा उसके वोट बैंक मे बदल जाता है और उस […]
भारतीय राजनीति की सबसे बड़ी समस्या- दल-बदल
आज की तारीख मे भारत की राजनीति की सबसे बड़ी समस्या है-दल बदल । इलेक्शन लड़े किसी पार्टी के टिकट पर और जीतने के बाद कूद गये किसी और पार्टी मे मतलब जनता बेवकूफ है जिसने आप पर भरोसा किया और चुन कर सदन मे भेजा।जब कि होना ये चाहिए कम से कम 5 साल […]