मान लो आप ने अपने बच्चे को खूब पढ़ाया लिखाया और उसे डॉक्टर बना दिया लेकिन अगर उसके अंदर अच्छे संस्कार डालना भूल गए तो जानते हैं क्या होगा वो अस्पताल में मरीजों की किडनी निकाल कर बेचना शुरू कर देगा। आपका बच्चा पढ़ लिख कर इंजीनियर बन गया लेकिन अगर अच्छे संस्कार नही दिए तो वो पुल वो बनने से पहले ही गिरना तय है। आपने अपने बच्चे को पढ़ा लिखा कर शहर का बहुत बड़ा नामचीन वकील बना दिया लेकिन अगर संस्कार सिखाना भूल गए तो क्या फायदा वो किसी आतंकवादियों को फाँसी के तख्ते से जिंदा वापस लेकर आ जाएगा।
अगर आपका बच्चा पढ़ लिख कर अध्यापक बन गया लेकिन और उसके संस्कार अच्छे नहीं हैं तो वो अपने सभी विद्यार्थियों के जीवन में अंधकार मिटाकर कर उजियारा कैसे लाएगा? आपने अपने बच्चे को खूब पढ़ाया और पुलिस वाला बना दिया लेकिन उसे अच्छे संस्कार देना भूल गए तो आम जनता की क्या ही सुरक्षा करेगा। एक नेता अथवा राजा क्या ही अपनी प्रजा की सेवा करेगा अगर अंदर संस्कार ही अच्छे नहीं है। ऐसा नेता अथवा राजा सिर्फ अपनी प्रजा का खून ही चूस सकता है सेवा करना तो दूर की बात है।
एक भाई जिसके संस्कार अच्छे नही हैं वो जमीन जायदाद के लिए अपने ही भाई का सर फोड़ेगा। एक पत्नी अपने पतिव्रता धर्म निर्वहन भलीभांति नही कर सकती अगर उसके संस्कार अच्छे नहीं हैं।
भगवान श्री राम जी को जब राजगद्दी की जगह 14 वर्ष का बनवास मिला। अगर उनके पास अच्छे संस्कार ना होते तो वो कभी भी अपने माता-पिता का आज्ञा का पालन करने के लिए जंगल में दर-दर की ठोकरें ना खाते। छोटा भाई लक्ष्मण और राम जी की पत्नी सीता भी उनके उनके साथ जंगल में ना जाते।
संक्षेप में कहे तो आप अपने जीवन में कितना ही पढ़ लो कितने ही आधुनिक हो जाओ कितना ही रुपया पैसा कमा लो लेकिन अगर आपके संस्कार अच्छे नहीं हैं तो सब व्यर्थ है निरर्थक है। और ऐसे देश का पतन होना निश्चित है जिस देश के लोगों के संस्कार अच्छे नहीं हैं।
ये रिश्ते-नाते,मानवता और पूरी दुनिया अच्छे संस्कारों के दम पर ही टिकी हुई है जिस दिन लोगों के अंदर अच्छे संस्कार खत्म समझ लो ये दुनिया खत्म।