हमारे देश मे कोई भी नेता चाहे वो सांसद हो विधायक या निगम पार्षद हो अपने क्षेत्र मे अगर कहीं एक ईंट भी लगा दे वो वहाँ बड़े-बड़े पोस्टर और बैनरों पर ये लिख दिया जाता है कि ये विकास का कार्य हमारे फलाने नेताजी के फण्ड द्वारा किया जा रहा है और जनता को भी यही लगता है।

लेकिन मेरा सवाल उसी जनता से कि नेताजी के पास जो फण्ड आया वो कहाँ से आया ‘ जनता से ‘ तो अब सोचो जब पैसा आपका तो फिर क्रेडिट वो नेता क्यों ले रहा है?